Saturday 24 November 2018

एम सी मैरीकॉम ने जीता महिला विश्व चैंपियनशिप 2018 का खिताब

हाल ही में, भारतीय महिला बॉक्सर एम सी मैरीकॉम ने महिला विश्व चैंंपियनशिप 2018 का खिताब अपने नाम किया। मैरीकॉम ने 48 किलोग्राम भारवर्ग में यूक्रेन की हना ओखोटा को हराकर ये उपलब्धि हासिल की। फाइनल मैच में मैरीकॉम ने ओखोटा को 5-0 से एकतरफा मुकाबले में हराकर अपने देश को गौरव का ये पल दिया। 35 वर्ष की मैरीकॉम ने पहली बार 16 वर्ष पहले अपना पहला गोल्ड मेडल जीता था। इससे पहले मैरीकॉम ने वर्ष 2006 में अपने घरेलू दर्शकों के सामने ये खिताब अपने नाम किया था। 

मैरीकॉम इससे पहले लगातार पांच बार महिला विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीत चुकी हैं। ये छठा मौका है जब उन्होंने ये उपबल्धि हासिल की है। उन्होंने भारत के लिए लंदन ओलंपिक में 51 किलोग्राम फ्लाइवेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 

Thursday 22 November 2018


वसीम जाफर बने रणजी ट्रॉफी में 11,000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी

हाल ही में, घरेलू क्रिकेट में रन बटोरने वाले भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व ओपनर वसीम जाफर ने अपने नाम एक नया रिकॉर्ड दर्ज करा लिया है। वह रणजी ट्रॉफी में 11,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। जाफर ने विदर्भ की तरफ से बड़ौदा के खिलाफ 153 रन की शानदार खेली और इस बीच 11,000 रन भी पूरे किए। जाफर ने इस बीच फैज फजल (151) के साथ 300 रन की साझेदारी की। यह चौथा अवसर है जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 300 या इससे अधिक रन की साझेदारी की। इस मामले में उन्होंने विजय हजारे के रिकॉर्ड की बराबरी की। रणजी ट्रॉफी में जाफर के बाद सर्वाधिक रन मुंबई के उनके पूर्व साथी अमोल मजमूदार (9202) और मध्य प्रदेश के देवेंद्र बुंदेला (9201) ने बनाए हैं।

जाफर के नाम पर रणजी ट्राफी में सर्वाधिक 37 शतक और 81 अर्धशतक भी दर्ज हैं। चालीस वर्षीय वसीम जाफर रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से भी खेल चुके हैं। उन्होंने ओपनर की हैसियत से भारत की ओर से भी 31 टेस्ट मैच और दो वनडे खेले हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम पर 34।1 के औसत से 1944 रन हैं, इस दौरान 212 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है। टेस्ट क्रिकेट में पांच शतक और 11 अर्धशतक वसीम जाफर के नाम पर दर्ज हैं। हालांकि वनडे इंटरनेशनल का उनका सफर बेहद छोटा रहा, दो वनडे में वे केवल 10 रन ही बना पाए।  

 

‘रेडियो कश्मीर - इन टाइम्स ऑफ पीस एंड वॉर’ नामक पुस्तक का विमोचन हुआ

हाल ही में, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने 20 नवंबर 2018 को नई दिल्ली में डॉ. राजेश भट्ट द्वारा लिखित “रेडियो कश्मीर - इन टाइम्स ऑफ पीस एंड वॉर” (रेडियो कश्मीर-शांति एवं युद्ध काल में) नामक पुस्तक का विमोचन किया। रेडियो कश्मी‍र - इन टाइम्स ऑफ पीस एंड वॉर नामक पुस्तक गहरे और विस्तृ्त शोध पर आधारित है तथा लेखक ने देश के कल्याण एवं सुरक्षा संबंधी विभिन्नॉ मुद्दों के मद्देनज़र सरकार और जनता के रणनीतिक हितों को सुरक्षित बनाने में मीडिया द्वारा निभाई गई अहम भूमिका को रेखांकित किया है।

वर्ष 1947 के बाद से सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को कायम रखने में रेडियो कश्मीर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, जिसे लेखक ने अपनी पुस्तक में पेश किया है। पुस्तक में देशवासियों की सेवा करने, खासतौर से इस क्षेत्र के लोगों की सेवा करने तथा राज्य के लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत बनाने में रेडियो कश्मीर की भूमिका का भी उल्लेख है।  


भारत और अमेरिका के बीच ‘वज्र प्रहार’ नामक संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित हुआ

 

हाल ही में, भारत व अमेरिका की सेना के संयुक्त युद्धाभ्यास “वज्र प्रहार-2018 का 19 नवम्बर 2018 को आरंभ हुआ। यह युद्धाभ्यास 2 दिसम्बर 2018 तक चलेगा। गौरतलब है कि एशिया की सबसे बड़ी व सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान द्वारा विश्व स्तरीय ट्रेनिंग नोड के रूप में स्थापित की गई महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत व अमेरिका की सेना संयुक्त युद्धाभ्यास कर रही है। एशिया की सबसे बड़ी व सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान द्वारा विश्व स्तरीय ट्रेनिंग नोड के रूप में स्थापित की गई महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में एक बार फिर भारत व अमेरिका की सेना संयुक्त युद्धाभ्यास कर रही है।  


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया गया

 

हाल ही में, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 19 नवम्बर 2018 को इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया गया। पाठकों को बता दे की पूर्व प्रधान न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने मनमोहन सिंह को यह पुरस्कार वर्ष 2017 के लिए प्रदान किया। यह पुरस्कार इंदिरा गांधी स्मृति न्यास द्वारा ‘शांति, निरस्त्रीकरण एवं विकास’ के लिए काम करने वाले व्यक्तियों, समूहों एवं संस्थाओं को दिया जाता है। यह पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री को समाजसेवा, निरस्त्रीकरण व विकास के कार्य में अहम योगदान देने के लिए दिया गया।
 

 

Wednesday 14 November 2018

Current GK

ए आर रहमान की जीवनी ‘नोट्स ऑफ़ अ ड्रीम’ का लोकार्पण किया गया

  भारत के प्रसिद्ध संगीतकार एवं ऑस्कर पुरस्कार विजेता ए. आर. रहमान द्वारा मुंबई में अपनी जीवनी “नोट्स ऑफ़ अ ड्रीम” लॉन्च की गई। ए. आर. रहमान की यह जीवनी लेखक कृष्णा त्रिलोक द्वारा वर्णित  गई है। इस पुस्तक में रहमान के जीवन का विस्तृत वर्णन किया गया है। इसमें उनके व्यक्तिगत जीवन से लेकर व्यावसायिक जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया है। कृष्णा त्रिलोक द्वारा लिखित, लैंडमार्क और पेंगुइन रैंडम हाउस के सहयोग से यह जीवनी मुंबई में लॉन्च की गई थी। पुस्तक लोकार्पण के समय ए आर रहमान ने अपने जीवन की जानकारी सार्वजनिक करते हुए कहा कि, “25 वर्ष तक, मैं सुसाइड करने के बारे में सोचता था। हम में से ज्यादातर महसूस करते हैं कि यह अच्छा नहीं है। क्योंकि मेरे पिता का इंतकाल हो गया था तो एक तरह का खालीपन था। कई सारी चीजें हो रही थी लेकिन इन सब चीजों ने मुझे और अधिक निडर बना दिया। मौत निश्चित है। जो भी जीच बनी है उसके इस्तेमाल की अंतिम तिथि निर्धारित है तो किसी चीज से क्या डरना। 

ए आर रहमान के बारे में :- 
 रहमान का पूरा नाम अल्लाहरख्खा रहमान है, उनका जन्म 6 जनवरी, 1967 को मद्रास (चेन्नई) में हुआ था। 
 रहमान एक संगीत निर्देशक, कंपोजर, गीत लेखक तथा संगीत उत्पादक हैं। 
अपने अदभुत संगीत के लिए रहमान ने अब तक 6 राष्ट्रीय पुरस्कार, 2 ग्रैमी अवार्ड, 2 अकादमी अवार्ड, एक बाफ्टा अवार्ड, एक गोल्डन ग्लोब अवार्ड तथा 15 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं। 
उन्हें वर्ष 2010 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। 
रहमान ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्हें ब्रिटिश भारतीय फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर में उनके संगीत के लिए दो ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त हुए है। 
 इसी फिल्म के गीत “जय हो” के लिए सर्वश्रेष्ठ साउंडट्रैक कंपाइलेशन और सर्वश्रेष्ठ फिल्मी गीत की श्रेणी में दो ग्रैमी पुरस्कार भी मिले।

बजरंग पूनिया 65 किग्रा वर्ग में दुनिया के नंबर एक पहलवान बने

  भारत के प्रसिद्ध पहलवान बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा वर्ग में शीर्ष विश्व रैंकिंग हासिल की। इस सत्र में 5 पदक जीतने वाले 24 वर्षीय बजरंग पूनिया यूडब्ल्यूडब्ल्यू की सूची में 96 अंकों के साथ रैंकिंग तालिका में शीर्ष पर हैं। इस वर्ष बजरंग पूनिया ने कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने के अलावा वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर पदक हासिल किया था। बजरंग पूनिया का प्रदर्शन इस वर्ष सराहनीय रहा। वह बुडापेस्ट वर्ल्ड चैंपियनशिप में वरीयता पाने वाले एकमात्र भारतीय पहलवान रहे। बजरंग ने दूसरे स्थान पर मौजूद क्यूबा के एलेजांद्रो एनरिक व्लाडेस टोबियर पर मजबूत बढ़त बना रखी है जिनके 66 अंक हैं। बजरंग ने विश्व चैंपियनशिप के करीबी सेमीफाइनल में टोबियर को हराया था। 
बजरंग पूनिया के बारे में :- 
 बजरंग पूनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को हरियाणा के झज्जर में हुआ था। 
 वर्ष 2013 में उन्होंने एशियाई कुश्ती चम्पिनोशिप में कांस्य पदक जीता, तत्पश्चात इसी वर्ष उन्होंने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। 
 वर्ष 2014 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता। v
 वर्ष 2014 में एशियाई खेलों में उन्होंने पुनः रजत पदक जीता। इसके बाद 2014 एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता में बजरंग पूनिया ने रजत पदक जीता। 
 उन्होंने एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता 2017 में भी स्वर्ण पदक जीता। 
 वर्ष 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में बजरंग पूनिया ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में स्वर्ण पदक जीता। इसके अतिरिक्त 2018 एशियाई खेलों में बजरंग पूनिया ने 65 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। 
 भारत के प्रसिद्ध कुश्ती पहलवान बजरंग पूनिया ने 22 अक्टूबर 2018 को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। वह इस टूर्नमेंट में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए।

भारत का पहला जलमार्ग बंदरगाह  वाराणसी(बनारस) में आरंभ हुआ

 हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 नव. 2018 को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 2400 करोड़ रुपये की सौगात दी। प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में देश के पहले मल्टी-मॉडल टर्मिनल समेत 24.3 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित भी किया। यह जलमार्ग वाराणसी-हल्दिया मार्ग पर बनाया गया है। गंगा नदी में बंगाल से वाराणसी तक पोत का परिचालन शुरू हो गया है। आज़ाद भारत में पहली बार गंगा के रास्ते एक कंटेनर कोलकाता से वाराणसी पहुंचा है। 
पेप्सिको कंपनी गंगा नदी के रास्ते जलपोत एमवी आरएन टैगोर के जरिए अपने 16 कंटेनर को कोलकाता से वाराणसी लेकर आई। इनलैंड वाटर हाइवे-1 पर दो जहाजों के माध्यम से ये कंटेनर आए, जिन्हें 30 अक्टूबर को कोलकाता से रवाना किया गया था। यह जलपोत एमवी आरएन टैगोर वाराणसी से इफ्को कंपनी का उर्वरक लेकर वापस कोलकाता लौटेंगे। इस टर्मिनल को हल्दिया-वाराणसी के बीच राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर विकसित किया जा रहा है। इस टर्मिनल के जरिए 1500 से 2000 टन के बड़े जहाजों की भी आवाजाही संभव हो सकेगी। 
अन्य परियोजनाओं का भी हुआ शिलान्यास.... 
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इण्टरसेप्शन डाइवर्जन ऑफ ड्रेन एण्ड ट्रीटमेण्ट वर्क एट रामनगर-वाराणसी, किला कटरिया मार्ग पर आईआरक्यूपी का कार्य, पूर्व राष्ट्रीय मार्ग संख्या-7 पड़ाव रामनगर (टेगरा मोड़) मार्ग पर आईआरक्यूपी का कार्य, लहरतारा-काशी हिन्दू विश्वविद्यालय मार्ग पर उपरिगामी फुटपाथ का निर्माण, वाराणसी में हेलीपोर्ट का निर्माण, ड्राइवर प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना कार्य आदि परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने फ्रांस में भारतीय सैनिकों के सम्मान में स्मारक का उद्घाटन किया

 हाल ही में, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों के सम्मान में भारत द्वारा उत्तरी फ्रांस में निर्मित पहले युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया। उपराष्ट्रपति तीन दिवसीय यात्रा पर फ्रांस में थे। विल्लर्स गुइसलेन कस्बे में युद्ध स्मारक के उद्घाटन के दौरान नायडू ने फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों और बच्चों से बातचीत भी की। बता दे की आजादी के बाद यह अपनी तरह का पहला ऐसा स्मारक है जिसे भारत ने फ्रांस में बनाया है। इस स्मारक के निर्माण की घोषणा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जून, 2018 में अपनी पिछली पेरिस यात्रा के दौरान की थी। 
प्रथम विश्व युद्ध में 74,911 भारतीय सैनिक मारे गए तथा 67 हजार सैनिक घायल हुए। भारत की ओर से युद्ध में शामिल हुए सैनिकों में करीब आधे संयुक्त पंजाब प्रांत से थे। उस समय पंजाब में साक्षरता दर महज पांच प्रतिशत थी। उनमें से कुछ ही सैनिक दस्तखत करना जानते थे। फ्रांस में भारतीय और ब्रिटिश दोनों ही टुकड़ियों का नेतृत्व सर डगलस ने किया था। वर्ष 1915 की शुरुआत में भारतीय सैनिकों को पहले आराम दिया गया, लेकिन जल्द ही उनकी युद्ध में वापसी कराई गई। युद्ध के बाद ब्रिटिश सरकार ने 9200 भारतीय सैनिकों को वीरता पदकों से सम्मानित किया। सरकार ने पहले विश्व युद्ध में शहीद हुए 74 हजार भारतीय सैनिकों की याद में दिल्ली में 1921 में इंडिया गेट की आधारशिला रखी। यह 1931 में बनकर तैयार हुआ। इसमें 13,300 हजार से ज्यादा सैनिकों के नाम हैं। 
प्रथम विश्व युद्ध 4 साल, 3 महीने, 2 हफ्ते तक चला था तथा इसमें 30 देश शामिल थे। इस युद्ध में लगभग 6 करोड़ 82 लाख सैनिक लड़े थे। इसमें 99 लाख 11 हजार सैनिक मारे गए। इनमें 75 हजार भारतीय थे। यह दूसरे विश्व युद्ध तक सबसे बड़ी मानवरचित त्रासदी थी। दूसरे विश्व युद्ध में सैनिकों समेत कुल 7.3 करोड़ लोग मारे गए थे। लेकिन, सबसे ज्यादा आविष्कार पहले विश्व युद्ध के दौरान हुए थे।

हरमनप्रीत कौर बनी T-20 क्रिकेट में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी

Date 2018-11-11 : हाल ही में, हरमनप्रीत कौर ने 09 नव. 2018 को तूफानी बल्लेबाजी करते हुए अंतरराष्ट्रीय T-20 मैच में केवल 49 गेंदों में शतक बना डाला। हरमनप्रीत कौर ने अपनी शतकीय पारी में 8 छक्के और 7 चौके लगाए। उन्होंने 76 रन सिर्फ बाउंड्री से हासिल कर लिए। अपनी शतकीय पारी के साथ ही उन्होंने कई रिकॉर्ड्स को तोड़ा तथा नये रिकॉर्ड्स भी बनाए। कप्तान हरमनप्रीत ने पहले 50 रन 33 गेंदों में और अगले 50 रन मात्र 16 गेंदों में ही बना डाले थे। हरमनप्रीत कौर भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं जिसने टी20 इंटरनेशनल में शतक ठोका है। उन्होंने मिताली राज के 97 रन के स्कोर को पीछे छोड़ा इसके साथ ही हरमनप्रीत कौर वर्ल्ड टी20 में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला कप्तान हैं। वैसे यह कारनामा करने वाली वो दुनिया की महज तीसरी कप्तान हैं। 
ध्यान दे की हरमनप्रीत कौर टी20 इंटरनेशनल की एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाली भारतीय खिलाड़ी हैं। हरमनप्रीत ने अपनी शतकीय पारी में 8 छक्के लगाए। अगर दुनियाभर की बात करें तो डॉटिन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2010 में अपनी पारी में 9 छक्के लगाए थे। 
हरमनप्रीत कौर के बारे में और अधिक जानकारी इस प्रकार है.... 
 हरमनप्रीत कौर का जन्म 8 मार्च 1989 में पंजाब के मोगा में हुआ था। हरमनप्रीत एक ऑल-राउंडर खिलाड़ी हैं। 
 हरमनप्रीत कौर ने अपना पहला टेस्ट मैच अगस्त 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। 
 हरमनप्रीत कौर ने साल 2014 में अपना पहला वनडे पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। 
 हरमनप्रीत ने वर्ष 2016 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 31 गेंदों में 46 रनों की पारी खेलकर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। 
जून 2009 में उन्होंने ट्वेंटी-20 क्रिकेट में पदार्पण किया था।

Saturday 10 November 2018

भारतीय क्रिकेटर मुनाफ पटेल ने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया सन्यास

 हाल ही में, भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल ने क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटारमेंट ले ली है। मुनफ ने भारतीय टीम के लिए छह जुलाई 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। 35 वर्ष के मुनफ पटेल का क्रिकेट करियर 15 वर्षों का रहा। अपने संन्यास के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि क्रिकेट को अलविदा कहने के पीछे कोई खास कारण नहीं है। अब मेरी उम्र हो चुकी है और फिटनेस भी पहले जैसी नहीं है। अब युवा खिलाड़ी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और ऐसे में ये अच्छा नहीं लगता कि आप अपनी बारी का इंतजार करते रहो। सबसे बड़ी बात ये कि क्रिकेट खेलने के प्रति मेरे अंदर अब पहले जैसी इच्छा नहीं रही। उन्होंने कहा कि मैं वर्ष 2011 में धौनी की कप्तानी में विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा था और ये मेरी जिंदगी का सबसे यादगार पल था। 
मुनाफ पटेल आगे दुबई में आयोजित होने वाली T- 20 लीग में खेलते नजर आएंगे वहीं वो क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद युवाओं को क्रिकेट के गुर सीखाते नजर आ सकते हैं। मुनफ आइपीएल में गुजरात लायंस के साथ जुड़ने से पहले राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने भारत के लिए 13 टेस्ट, 70 वनडे और तीन टी 20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। घरेलू क्रिकेट में मुनफ पटेल ने बड़ोदा और गुजरात टीम का प्रतिनिधित्व किया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 69 मैचों में उन्होंने 24.43 की औसत से 231 विकेट लिए हैं। उन्होंने 140 लिस्ट ए मैच और 97 टी 20 मैच खेले हैं। उन्होंने मार्च 2006 में मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में 25 रन देकर चार विकेट लिए थे और टेस्ट में ये उनका बेस्ट प्रदर्शन था।

चीन ने सरकारी न्यूज़ चैनल के लिए वर्चुअल न्यूज़ एंकर लॉन्च किया

 हाल ही में, चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने 08 नवम्बर 2018 को दर्शकों के सामने एक वर्चुअल न्यूज एंकर (समाचार-वाचक) पेश किया। शिन्हुआ ने दावा किया है कि समाचार पढ़ने वाला ये न्यूज रीडर ठीक उसी तरह समाचार पढ़ सकते हैं जिस प्रकार से पेशेवर न्यूज रीडर खबरें पढ़ते हैं। अंग्रेजी बोलने वाला ये न्यूज रीडर अपनी पहली रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बोलता है,“ हैलो, आप देख रहे हैं इंग्लिश न्यूज कार्यक्रम।” यह विश्व में पहली बार किया गया प्रयोग है तथा परंपरागत तरीकों से बिलकुल अलग है। टीवी न्यूज़ चैनल की पहचान लोगों के दिलों में एंकर के माध्यम से जुड़ी होती है ऐसे में शिन्हुआ के लिए लोगों के बीच अपनी पहचान बनाए रखना एक चैलेंज होगा। इस पहले प्रयास की सराहना की जानी चाहिए तथा इसमें समय के साथ अन्य सुधार किए जा सकते हैं। 

केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश में केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित किये जाने को मंजूरी दी

 हाल ही में, केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 08 नवम्बर 2018 को आन्ध्र प्रदेश में एक केन्द्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी प्रदान की। आन्ध्र प्रदेश केन्द्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना विजयनगरम जिले के रेल्ली गांव में की जाएगी। आन्ध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 की 13वीं अनुसूची में इसका उल्लेख है। मंत्रिमंडल ने केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना के पहले चरण के खर्चे के लिए 420 करोड़ रुपये की धनराशि को भी मंजूरी दी है। विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के रेली गांव में यह केंद्रीय विश्वविद्यालय खोला जायेगा। विश्वविद्यालय की स्थापना आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 की 13वीं अनुसूची के तहत की जायेगी। 


Friday 9 November 2018

Computer के विभिन्न प्रकार



जब हम Computer की बात करते है तो हमारे दिमाग में घरों या कार्योलयों में रखे Computer आते है, या फिर लेपटॉप तथा नोटबुक के बारे में सोचने लगते है. दरअसल, Computer यहाँ तक ही सीमित नही हैं. Computer हमारे चारों तरफ हैं. इनको, हम आकार (Size), उपयोग (Application) तथा कार्यक्षमता के आधार पर विभिन्न श्रेणीयों में रख सकते है.
मुख्यत: Computer को पाँच प्रकारों में बाँटा जाता है. लेकिन, हमने यहाँ Computer को सिर्फ तीन मुख्य श्रेणीयों में विभाजित किया है. हमने Computer को निम्न तीन श्रेणीयों में बाँटा है.
  1. अनुप्रयोग (Application)
  2. उद्देशय (Purpose)
  3. आकार (Size)
  4. आधुनिकता (Modernity)

अनुप्रयोग (Application) के आधार पर Computer के प्रकार


1. Analog Computer

Analog Computer एक ऐसी मशीन है जो आँकड़ों को एक भौतिक मात्रा (दाब, तापमान, लम्बाई, ऊँचाई आदि) को दर्शाता है, यह आँकड़े सतत (लगातार) परिवर्तित होते रहते है. Analog Computer की कार्यक्षमता तेज होती है. इनका परिणाम हमें ग्राफ आदि के रूप में प्राप्त होता है. Analog Computer आँकड़े store नही कर सकता है. इनका उपयोग तकनीक, विज्ञान, शिक्षा आदि क्षेत्रों में किया जाता है. थर्मामीटर एक Analog Computer हैं.

2. Digital Computer

यह Computer Analog Computer से भिन्न होता है. एक Computer जो सूचनाओं को अंकीय रूप में process करता है उसे Digital Computer कहा जात है. Digital Computer सूचनाओं को अंकीय रूप में दर्शाने के लिए Binary System (0,1) का इस्तेमाल करता है. ये Computer गणीतिय तथा तार्किक कार्य करने में सक्षम होता है. जैसे, एक Calculator. ये Computer Analog Computer से कुछ धीमें लेकिन परिणाम में अधिक शुद्ध होते है. Digital Computer सूचनाओं को store कर सकते है. एक Digital Computer गिनता है और Analog Computer मापता है.

3. Hybrid Computer

ये Computer एक Analog Computer तथा एक Digital Computer की विशेषताए लिए होते है. Hybrid Computer इन दोनो तरह के Computer से अधिक तेज और परिणाम शुद्ध होते है. इन Computers में Digital Computer एक नियत्रंक तथा अंकिय कार्य करने के लिए होता है, वहीं, Analog Computer समस्या का हल करते है. इनका उपयोग जटिल गणीतिय समीकरण, वैज्ञानिक गणनाए तथा रक्षा आदि के क्षेत्रों में किया जाता है. Patrol Pump Machine, Speedometer आदि Hybrid Computer के आसान उदाहरण हैं.

उद्देशय (Purpose) के आधार पर Computer के प्रकार


1. General Purpose Computer

आज जो कम्प्युटर हम उपयोग करते है वे सभी लगभग General Purpose Computer ही होते है. आप, इस पाठ को एक सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर पर ही पढ़ रहे है और हमने भी यह पाठ एक सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर पर तैयार किया है. सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर एक ऐसा कम्प्युटर होता है जो कई क्रियाकलापों को कर सकने कि क्षमता रखता है. आप, इसके द्वारा शोध पत्र लिख सकते है, अपने घर, कार्यालय का बजट तैयार कर सकते है, व्यवसाय की बिक्री का चार्ट आदि कार्य एक ही मशीन द्वारा कर सकते है. Desktop, Notebooks आदि सभी सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर है.

2. Special Purpose Computer

जैसा की नाम से जाहिर होता है, इस प्रकार के कम्प्युटर किसी कार्य विशेष को करने के लिए विकसित किए जाते है. इनका कार्य केवल एक ही तरह के कार्य को करना होता है. जैसे, परिवहन नियत्रंण करना, मौसम की भविष्यवाणी करना आदि. इस प्रकार के कम्प्युटर सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर की तुलना में अधिक तेज होते है. लेकिन, ये कम्प्युटर एक सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर की भाँति भिन्न प्रकार के कार्य नही कर सकते है.

आकार (Size) के आधार पर Computer के प्रकार


1. Micro Computer

Micro Computer तेजी से बढ़ता हुआ तथा व्यापक रूप में इस्तेमाल होने वाला कम्प्युटर है. यह सभी तरह के कम्युटर से सस्ता एवं हल्का होता है. यह आकार में भी सबसे छोटा होता है. इस प्रकार के कम्प्युटर को सामान्य उद्देश्य जैसे, मनोरंजन, शिक्षा, घर तथा कार्यालय इस्तेमाल आदि के लिए विकसित किया गया है. PCs, Notebooks, Laptops, PDAs (Personal Digital Assistants) आदि Micro Computer है.

2. Work Station

आमतौर पर एक ऐसा कम्प्युटर जो किसी Network से Connect (जुडा) होता है उसे ही Work Station कहते है. इनको व्यवसाय तथा पेशेवरों को ध्यान में रखकर विकसित किया जाता है. ये कम्प्युटर Micro Computers से अधिक तेज एवं क्षमतावान होते है.

3. Mini Computer

Mini Computers को ‘Mid range Computer’ भी कहा जाता है. इनका इस्तेमाल छोटे व्यवसाय तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा किया जाता है. Mini Computers को Single User के लिए विकसित नही किया जाता है. इनको एक कम्पनी के द्वारा अपने एक विभाग विशेष मे किसी कार्य विशेष को करने में उपयोग लिया जाता है.

4. Mainframe Computer

एक Mainframe Computer ऊपर वर्णित सभी कम्प्युटर से अधिक तेज तथा क्षमतावान होता है. इनका इस्तेमाल सरकारी प्रतिष्ठानों, बड़ी-बड़ी कम्पनियों द्वारा आँकड़ों को संग्रहित करने के लिए किया जाता है. ये कम्प्युटर आकार में बहुत बडे होते है.

5. Super Computer

Super Computer मानव द्वारा निर्मित अब तक का सबसे तेज और शक्तिशाली कम्प्युटर है. ये कम्प्युटर आकार में बहुत विशाल एवं खर्चीले होते है. इनका उपयोग बड़े संगठनो द्वारा शोध कार्य, मौसम भविष्यवाणी, तकनीक आदि कार्यों में होता है. Summit Super Computer अब तक का सबसे तेज सुपर कम्प्युटर हैं. जिसे अमेरीका में बनाया गया था.
भारत ने अपना पहला सुपर कम्प्युटर PARAM – 8000 सन 1991 में बनाया था. परम कम्प्युटर को भारत सरका की एक संस्था C-DAC ने विकसित किया था. परम के बाद भारत में बहुत सारे सुपर कम्पुटर बन चुके हैं. और कई तो Top 500 Super Computers में भी शामिल हैं. भारत का सबसे तेज सुपर कम्प्युटर Pratyush and Mihir हैं.

आधुनिक कम्प्युटर (Modern Computers)

Smartphones 

आजकल Cell Phones, जिन्हे आम भाषा में Mobile Phones कहा जाता हैं, भी Computer द्वारा होने वाले कई कार्यों को कर सकते हैं. आप Internet Browsing, Games, Documents, Calculation आदि काम मोबाईल फोन में कर सकते हैं. इन्हे आजकल Smartphones कहा जाता हैं.

Wearables

Wearable का मतलब होता हैं पहनने योग्य अर्थात ऐसे उपकरण जिन्हे शरीर के किसी अंग विशेष पर पहना जा सके खासकर हाथ में. ये उपकरण किसी कार्य विशेष के एक छोटे भाग को करने के लिए बनाये जाते हैं. Smartwatches, Fitness Trackers आदि Wearable Computer हैं.

Game Console

Game Console एक विशेष प्रकार का कम्प्युटर होता हैं. जिसका इस्तेमाल TV पर विडियों गेम खेलने के लिए किया जाता हैं. जैसे;  Xbox, Play Stations आदि.

Thursday 8 November 2018


Adjectives 


1. He is richer than his neighbors.
2. The brides were much younger than the grooms.
3. He is too intelligent to be taught.
4. He is cleverer than I thought him to be.
5. When the old woman became stronger, she began to move about.
6. He is much better now.
7. The offer was too good to be true.
8. He fishes with greater success than I do.
9. Shakespeare is the greatest playwright in English.
10. The pain was more than he could bear.
11. The worst thing of all was that his son was rude to him.
12. Jane was the better player of the two.

भारत में स्थित महत्वपूर्ण दर्रे

नाम                                                   राज्य              ऊँचाई (फीट )                 विभाजक/संयोजक
असीरगढ़                                          मध्य प्रदेश
बनिहाल                                         जम्मू एवं कश्मीर    9,291                            जम्मू एवं कश्मीर
बारा ला चाला                                  हिमाचल प्रदेश      16,400          यह मंडी और लेह को आपस में जोड़ता है|
बोमडिला                                        अरुणाचल प्रदेश  
चांग ला                             जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)     17,585                      लेह और चांगथांग
चंसल                                 हिमाचल प्रदेश                 14,830
देहरा कम्पास                   जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)
देब्सा                                 हिमाचल प्रदेश                 17,520
डिफू                                अरुणाचल प्रदेश                4,587
डोंगखाला                             सिक्किम                      12,000
धूमधर कंडी                         उत्तराखंड
फोटू ला                     जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)           13,451
गोएचा ला                                सिक्किम                    16,207
हल्दी घाटी                        राजस्थान
इंद्रहार                         हिमाचल प्रदेश                      14,473
जेलेप ला                         सिक्किम                           14,300   सिक्किम और भूटान के बीच के मार्ग उपलब्ध कराता है                                                                                                और इसका निर्माण तीस्ता नदी द्वारा किया गया है|खारडुंग ला            जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)             17,582       लेह और नूब्रा
कोंग्का                 जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)             16,965            लद्दाख और अक्साईचिन
लानक ला               जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)         17,933              लद्दाख और तिब्बत
कुंजुम                हिमाचल प्रदेश (लाहौल-स्पीति)      14,931              लाहौल और स्पीति
काराकोरम           जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)                                 लद्दाख और सिंजियांग
लिपुलेख                   उत्तराखंड                           17,500
लुंगालाचा ला         जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)          16,600 
लम्खागा                     हिमाचल प्रदेश                   17,336
मार्सिमिक ला         जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)         18,314
मयाली                          उत्तराखंड                      16,371
माना ला                       उत्तराखंड                     18,399        कैलाश और मानसरोवर को जाने वाला मार्ग इसी से होकर                                                                                                                        गुजरता है
नामिक ला           जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)        12,139
नाथू ला                         सिक्किम                     14,140   यह दार्जिलिंग व चुंबी घाटी (सिक्किम) और तिब्बत के बीच मार्ग                                                                                                              उपलब्ध कराता है
पलक्कड गैप                केरल                         750                                    केरल और तमिलनाडु
थामारासेरी            केरल (वायनाड)                1,700                                   मालाबार और मैसूर
शेनकोट्टा              केरल (कोल्लम)                 690 
पेंसी ला          जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)
रेजांग ला       जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)
रोहतांग             हिमाचल प्रदेश                      13,051     मनाली और लेह को आपस में जोड़ता है और पीर पंजाल                                                                                                               पहाड़ियों में स्थित है
सासेर ला      जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)         17,753                          नूब्रा और सियाचिन हिमनद
सेला                     अरुणाचल प्रदेश              14,000
शिपकी ला          हिमाचल प्रदेश                                            शिमला से तिब्बत को को जाने वाला मार्ग यहीं से गुजरता है                                                                                        और सतलज नदी इसी दर्रे से होकर भारत में प्रवेश करती है|
सिया ला       जम्मू एवं कश्मीर (सियाचिन हिमनद)   18,337
शिंगों ला                 जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)
स्पंगुर गैप         जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)
ग्योंग ला      जम्मू एवं कश्मीर (सियाचिन हिमनद)    18,655
बिलाफ़ोंड ला     जम्मू एवं कश्मीर (सियाचिन हिमनद)    17,881
सिन ला                           उत्तराखंड
तंगलांग ला          जम्मू एवं कश्मीर (लद्दाख)     17,583
ट्रैल्स                               उत्तराखंड              17,100
ज़ोजिला                     जम्मू एवं कश्मीर            12,400                           कश्मीर और लद्दाख
नीति                                उत्तराखंड                                    कैलाश और मानसरोवर को जाने वाला मार्ग इसी से होकर                                                                                                                    गुजरता है|

Wednesday 7 November 2018



 :  गौर नृत्‍य किस जनजाति से संबंधित है? - मुडिया
 : मध्‍यप्रदेश में इकबाल सम्‍मान किस क्षेत्र के लिये दिया जाता है? - रचनात्‍मक उर्दू लेखन
:  जहाज महल कहाँ स्थित है? - माण्डवगढ़ में
:  मध्‍यप्रदेश का सबसे पुराना राष्‍ट्रीय उद्यान है ?- कान्‍हा किसली
: चम्‍बल नदी का उद्गम स्‍थल किस जिले में है? -  इन्‍दौर
: "जीवाश्‍म राष्‍ट्रीय उद्यान" मध्‍यप्रदेश के किस जिले में है?- मण्‍डला
:  सतना में सन 1873 में भरहुत स्तूप की खोज किसने की? - कनिंघम
 :  मध्य प्रदेश में कुंभ का मेला उज्जैन में लगता है; यह किस नदी के तट पर लगता है?- क्षिप्रा
:  भारत का लेसर किरण परमाणु उर्जा अनुसन्धान केंद्र मध्य प्रदेश के किस नगर में स्थापित     
   किया गया है?- इंदौर
 :  मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना को लागू किया था ?-2 फरवरी, 2005
:  भिलाई इस्पात कारखाने में उत्पादन कब शुरु किया गया था ?- 1959
:  मध्यप्रदेश में कहां पर लाख बनाने का शासकीय कारखाना स्थित हैं ?-उमरिया
:  एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन संयन्त्र मध्यप्रदेश में कहां स्थापित किया गया हैं ?-उज्जैन

Tuesday 6 November 2018

CURRENT GK-2018

हाल ही में, पाकिस्तान के बाबर आजम ने टी-20 में सबसे तेज 1000 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 26 मैच की 26वीं पारी में अपने 1000 रन पूरे किए। बता दे की बाबर से पहले टी-20 में सबसे तेज 1000 रन बनाने का रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम था। विराट ने 29 मैच की 27वीं पारी में अपने 1000 रन पूरे किए थे। बाबर ने रविवार को दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 में 58 गेंद में 79 रन बनाए। पाकिस्तान की बल्लेबाजी के दौरान 12वें ओवर की चौथी गेंद पर बाबर ने 1000 रन के आंकड़े को छुआ। उन्होंने जैसे ही लॉकी फर्ग्युसन की गेंद को पॉइंट की ओर खेलकर एक रन लिया। वे टी-20 में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए।

हाल ही में, भारत एवं जापान के प्रतिनिधियों के मध्य 1,817 करोड़ रुपये का पनबिजली समझौता हस्ताक्षरित किया गया। यह समझौता तुरगा पनबिजली परियोजना के लिए किया गया। इस परियोजना के तहत तुरगा पंपडस्टोरेज पनबिजली परियोजना का निर्माण किया जायेगा। यह आशा की जा रही है कि तुरगा पनबिजली परियोजना के पूरा के होने के बाद पश्चिम बंगाल में औद्योगिक विकास तथा जीवन-यापन स्तर में सुधार देखने को मिल सकता है। तुरगा पनबिजली परियोजना समझौते पर भारत सरकार की ओर से केन्द्रीय वित्त मंत्रालय तथा जापान की ओर से जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) के मुख्य प्रतिनिधि कात्सुओ मात्सुमोतो ने हस्ताक्षर किये।

हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने 02 नवम्बर 2018 को जस्टिस हेमंत गुप्ता, जस्टिस आर सुभाष रेड्डी, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस अजय रस्तोगी को सुप्रीम कोर्ट के जज के पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति ने सबसे कम समय में सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की सिफारिश स्वीकार करते हुए जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति का आदेश पारित किया है। इन चारों जजों की नियुक्तियां उनके पद ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होंगी। बता दे की चार नए जजों के शपथ ग्रहण के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या 28 हो गई। जबकि सुप्रीम कोर्ट में जजों के कुल मंजूर पद 31 हैं, जिसमें अभी भी तीन पद खाली रह गए हैं।

हाल ही में, हिमाचल प्रदेश में सुरंग के अंदर रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा जो देश में इस तरह का पहला स्टेशन होगा। हिमाचल प्रदेश के केलांग में बनने वाला यह स्टेशन समुद्र तल से तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर होगा। यह चीन और भारत सीमा के लिहाज से रणनीतिक महत्व के भानुपल्ली-बिलासपुर-मनाली-लेह रेलमार्ग का हिस्सा है। कोलकाता एवं दिल्ली में कई ऐसे मेट्रो स्टेशन हैं जो जमीन के अंदर बने हैं, लेकिन देश में जल्द ही अब एक रेलवे स्टेशन भी ऐसा होगा जो सुरंग के भीतर बनाया जाएगा।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार परियोजना की लागत 83,360 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस रेलमार्ग के लिए अंतिम सर्वेक्षण 30 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। केलांग, हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले का प्रशासनिक केंद्र है। यह मनाली से 26 किलोमीटर और भारत-तिब्बत सीमा से 120 किलोमीटर दूर है। यह स्टेशन लगभग 3,000 मीटर की ऊंचाई पर होगा और अंदर 27 किलोमीटर लंबी सुरंग का हिस्सा होगा। इस मार्ग पर 74 सुरंग बननी हैं। साथ ही 124 बड़े पुल और 396 छोटे पुलों का भी निर्माण किया जाना है।

हाल ही में, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने घोषणा की है कि पटना में डॉल्फिन रिसर्च सेंटर की स्थापना की जाएगी। यह एशिया का पहला डॉल्फिन रिसर्च सेंटर होगा जिसे इतने बड़े पैमाने पर बनाया जा रहा है। लगभग 28 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माणकार्य जल्द ही शुरू किया जायेगा। पटना विश्वविद्यालय परिसर में दो एकड़ भूखंड पर इस केंद्र का निर्माण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त मुंगेर में एक “ऑब्जरबेटरी” का निर्माण कराया जा रहा है, जहां से डॉल्फिनों को देखा जा सकेगा। गंगा नदी में जाकर डॉल्फिन देखने की व्यवस्था जल्द कराई जाएगी।